बेगाना शह्र और ये अंजाना देख... जाए कहाँ लौट कर ये दीवाना देख... हसीन है मुहाब्बत मगर दिल ना लगा... दूर बैठ और ख्वाब सुहाना देख... जरूरी है दवा करना,छलनी जिगर की... सुरा डाली कैसे भरा खून से पैमाना देख... चश्मे लगाने में वक्त जाया ना कर... आंखे बंद कर और ये जमाना देख... तेरी सी जरातें दान मे दे चला... आजाद का ये ठाठ फकिराना देख... सुनील आजाद Rahul Kavi (8924899247) Kavi Rahul Jangir