उठ चल इस तरह गिरा क्यूं है खोने को है ही क्या डरता क्यूं है सामने मंजिल है राहों में पत्थर है तू मखमल का नहीं फिर रुका क्यूं है हौसले तो उड़ान दे कुछ कर ने की ठान ले हा तू उड़ान ले उड़ान ले अपने सपनों को उड़ान दे यूं तो हमेशा से ही तू रहा दबा कुचला कहीं मार देगी दुनिया तुझे अरे! तू जिया ही कभी नहीं कुछ है नहीं तेरे पास तुझमें नहीं कोई आस ये जान ले हा जान ले बात ये मान ले उठ चल हौसले को उड़ान दे उड़ान दे #nojoto #myqoutes #followme #shareit