अगर सांसें तुम्हारी है चल रही, तो जरूरी नहीं के जिंदा हो तुम। यहां मुर्दे भी जिस्म में जान लिए घूमते हैं, बताओं तुम्हारी जान में कितनी जान है।। तुम खुद को भगत आजाद बताते हो, कभी उन उसूलों को खुद में ढाला है। तुम जो नारे लगाते हो, "भगत जिंदा है", क्या तुम में वो भगत जिंदा है ? चौराहो पर पुतलों को हार पहनाते हो तस्वीरों के लिए, कहते हो भगत एक आदर्श है, पर दिल में नहीं। अरे आदर्श सदा दिल में होते हैं, चौराहों पर पुतला तो तानाशाहों का भी है। और असल भगत एक विचारधारा है, जो समाज में बिजली बन दौड़ती हैं। जिंदगी का क्या है आज है कल नहीं होगी, पर विचारधारा कभी खत्म नहीं हो सकती। भगत जिंदा है, जिंदा रहेगा। आप कितने जिंदा है आप बताएं।। #भगत #जिंदा है। #भगतसिंह #yqdidi