कुछ बूंदे चुनकर बारिश की कुछ इंद्रधनुष के लेकर रंग कुछ कण ओस के नर्म मुलायम मुट्ठी भर फिर धूप हो संग मद्धम सी चांदनी सर्द रातों की बसंती बयार से समेट उमंग... रंग चुनकर हर एक मौसम के एक हवा का झोखा बन जाऊं... जो भाये तुम्हारे मन को ऐसा प्रेम मस्ताना बन जाऊं....😍😊 #loveaffairs2.0 #premkibatein