Nojoto: Largest Storytelling Platform

""मानवता आज रूंध सी गई, जब रोता हुआ मंज़र बस उस दर

""मानवता आज रूंध सी गई, जब रोता हुआ मंज़र बस उस दर्द को कम करने के लिए दिखा""

******इंसानियत का तो बस सेहरा लगा बैठे थे,गलती का पुतला भी तो हम ही हैं***** जानवर का होना लाइफ में एक बहुत बड़ी सीख हो सकता है सुना था अब तक आज मैंने अपने kitten को खो दिया और उसके जाने का गम मुझे कुछ भी करने से रोक रहा है,,.... एक पशु और इंसान के बीच बस अलग होता है तो वो ये कि वो कभी कभी अपने दर्द को बता नही पाते और हम आंसू के जरिए अपना दर्द कम कर लेते हैं....today I lost him and my smile too...he became everything to me in just three days..
""मानवता आज रूंध सी गई, जब रोता हुआ मंज़र बस उस दर्द को कम करने के लिए दिखा""

******इंसानियत का तो बस सेहरा लगा बैठे थे,गलती का पुतला भी तो हम ही हैं***** जानवर का होना लाइफ में एक बहुत बड़ी सीख हो सकता है सुना था अब तक आज मैंने अपने kitten को खो दिया और उसके जाने का गम मुझे कुछ भी करने से रोक रहा है,,.... एक पशु और इंसान के बीच बस अलग होता है तो वो ये कि वो कभी कभी अपने दर्द को बता नही पाते और हम आंसू के जरिए अपना दर्द कम कर लेते हैं....today I lost him and my smile too...he became everything to me in just three days..