किसी नाराज़गी से खुश थे किस कदर सादगी से खुश थे ग़मगुजारी हंस के करना रस्म अदायगी से खुश थे तन्हा सफ़र के मालिक वो आवारगी से खुश थे बहुत हासिल नहीं जिन्हें लोग एकबारगी से खुश थे मयस्सर हुई नहीं दुनिया हसरत बेचारगी से खुश थे खुश रहना सीख न सके जो जख्म की ताज़गी से खुश थे finding happiness #search #happiness #life #shahbazwrites #passion4pearl #yqtales #yqdiary #yqbhaijan