कभी कभी तो लगता है कही बहुत दूर चला जाऊं...... किसी से कोई बात ना करूँ..... ना कुछ कहूँ ना कुछ सुनु ना कुछ सोचूँ..... वैसे भी जो होना था वो तो हो गया.... पर मैं फिर भी खुद को बदल नही पा रहा..... अपने ही अंदर उलझ गया हूँ मैं.... कुछ भी कर लूँ पर खुश नही रहता..... शायद किसी अच्छे रास्ते की तलाश में अपने लिये सारे रास्ते बंद कर लिये मैंने....... शायद मेरी नई सुबह आने में और बहुत वक़्त बाकी है..... मुझे पता है हर इंसान अपने सफर पर अकेला है और अपनी मंज़िल के रास्ते खुद ही बनाता है..... पर इस समय ना मंज़िल है ना सपना है ना होश है ना बेहोश हूँ..... कुछ भी नया नही है मेरे लिये..... ऐसा लगता है सब पुराना हो गया...... #anilduaannu ©anil dua #sunrisesunset