लिखने को मैं एक किताब लिख दु पर मेरी खामोशी को ही तुम पढ़ना। मेरे दर्द को मेरी शायरी से नही तुम अपने दिल से पूछ कर समझना।। दुनिया मुझे शायर कहे या न कहे लेकीन तुम मुझे मेरे नाम से ही पुकारना।।। ©Amit Aarya #aaryawrites #shayari #love #poetry #ghazal #quotes #lovequotes #Drops