"गुजर जाएगा ये दौर भी ग़ालिब, ज़रा इत्मीनान तो रख; जब ख़ुशी ही ना ठहरी तो ग़म की क्या औकात है।" - मिर्ज़ा ग़ालिब #ghalib #ghalibjanmdin #mirzaghalib #mirzaghalibbirthday