पान : एक प्रेम कथा तेरी मेरी जोड़ी जैसे पान में सुपारी, मिलाये हमे यह जमाने जैसे कोई पनवारी । तेरे होंठो की लाली जैसे हो स्पेशल कत्थे वाली, रंग चढ़ा है जैसे तेज चुने वाली । तम्बाकू नहीं सौंफ-गुलकंद से भरी, जिंदगी हमारी रस से भरी । #पान : एक प्रेम कथा तेरी मेरी जोड़ी जैसे पान में सुपारी, मिलाये हमे यह जमाने जैसे कोई पनवारी । तेरे होंठो की लाली जैसे हो स्पेशल कत्थे वाली, रंग चढ़ा है जैसे तेज चुने वाली ।