घूंघट में चाँद किसी को किसी से शिकायत हैं ,तो, किसी की उलझन हैं, बढी हुई,,एक वारि समझदारी का आईना देखो तो सही, फिर सब समझ जाओगे आप,,,हाँ आज वो खूबसूरती भले,बेपर्दा हैं, बेशक,, क्योंकि आज बड़े दिनों बाद,,,घून्घट मे हैं चाँद... #Ghoonghat mein h chaand,,,