अरमानों के गलियारे में जब यादों की दुकान खोल कर बैठे हैं तब बताऊं आप क्या सोच रहे हैं- 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 आज भी उसकी बहुत याद आती है। बुरी आदत है कहां जाती है? 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹 ..................😂😂😂😂😂😂😂 है कि नहीं ©Ganesh Din Pal यादों के झरोखे से