मिलते जुलते रहना समरस जीवन के गलियारे में एक दीप रखना देहरी पर देखो पहले अवसानी के हार न जाए कोई ज़रूरत आँखों के अँधियारे से उम्मीदें रख देना कुछ तुम अपने झिलमिल तारों के श्वाँसे बोझिल हो जाती हैं सबकी बिना बहारों के सूख गया है जीवन जिनका हक़ उनका भी है फुहारों पे चाँद की तरह थामे लेना जीवन स्यान कछारों में कुछ आशा हो तो भर देना व्याकुल तृषित पुकारों में राग सुधा से झंकृत होना जीवन के हृदतारों में नहीं त्रास कि यशपाई हो गणना रहे हज़ारों में टूटी आशा! छूटा जीवन है क्या रखा व्यापारों में हो तो तुम पतवार बनो उसके जो नौका है मजधारों में #toyou #yqlove #yqlife #yqpeace #yqbeingwith #yqhope