Nojoto: Largest Storytelling Platform

पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'! अस्त्र-शस्त्र

पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
अस्त्र-शस्त्र तुम अपना तैयार रखो।
पता नहीं कब रण का बिगुल बज जाये;
तुम्हें फौरन हीं रणक्षेत्र में जाना पड़ जाए?

पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
मर्यादाएँ तुम अपनी तोड़ जाओ।
अन्याय को अन्याय से तुम हराओ;
गर न्याय से अन्याय को तुम हरा न पाओ।

न्याय पाने को तूने हरेक दरवाजा खटखटाया।
बावजूद न्याय तुम्हें न्याय दिला न पाया।
बहरे न्यायतंत्र के कान खोलने को 
खुदीराम वाला 'रत्नेश' तुम विस्फोट करो।
                                                - Ⓒ रत्नेश पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
अस्त्र-शस्त्र तुम अपना तैयार रखो।
पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
अस्त्र-शस्त्र तुम अपना तैयार रखो।
पता नहीं कब रण का बिगुल बज जाये;
तुम्हें फौरन हीं रणक्षेत्र में जाना पड़ जाए?

पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
मर्यादाएँ तुम अपनी तोड़ जाओ।
अन्याय को अन्याय से तुम हराओ;
गर न्याय से अन्याय को तुम हरा न पाओ।

न्याय पाने को तूने हरेक दरवाजा खटखटाया।
बावजूद न्याय तुम्हें न्याय दिला न पाया।
बहरे न्यायतंत्र के कान खोलने को 
खुदीराम वाला 'रत्नेश' तुम विस्फोट करो।
                                                - Ⓒ रत्नेश पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'!
अस्त्र-शस्त्र तुम अपना तैयार रखो।

पीड़ितों को न्याय दिलाने को 'रत्नेश'! अस्त्र-शस्त्र तुम अपना तैयार रखो।