सोचता हूं अक्सर... कौन हूँ क्या हूं और कहाँ मुझे जाना है? पाया है क्या और क्या मुझे पाना है?? जिंदगी भी कुछ उलझी उलझी सी है... पर इस उलझन को अब सुलझाना है। थक कर के यूं मैं बैठ सकता नहीं... जीवन में अभी बहुत दूर मुझे जाना है। ज़िन्दगी के हर मोड़ से गुजरना है मुझे... देखते हैं अभी और कहाँ अब जाना है? जीवन के हर इम्तिहान को यहां हाज़िर हूं मैं... जिंदगी तू ही बता कितना और अभी सताना है? #vinodmeena✍️ ©Vinod Meena #Nojoto