यादों के झरोखे से लिखे, अल्फ़ाज तो तेरे नाम, तेरी यादों को सवारे कोरे काग़ज पर, तो मेरे प्यार की स्याही से, कोरे काग़ज को सजाए फूलों से, जिसमें महके तेरे ही खुशबू, तेरी दस्तक से जो मिली खुशी मुझे, उसका अध्याय भी लिखें तो तेरे नाम। मेरे जिंदगी के किताब के, हर पन्ने पर जिक्र हो तो सिर्फ तेरा ही, जितना वक़्त हमने साथ में गुजारा, सभी लम्हों को जोड़कर, एक यादों की माला बनाए तो तेरे नाम, जो एहसास मिला मुझे तेरे प्यार से, उसे अल्फ़ाज़ में बयां करूं तो सिर्फ तेरे नाम। यादो के झरोखे से, आज फिर लेकर बैठे हैं, तो सिर्फ तेरी यादों का नज़राना, मेरी जिंदगी का आखरी पन्ना भी लिखूं, तो सिर्फ तेरी यादों के नाम। ♥️ Challenge-799 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।