बीती विभावरी विषाद की, है नवल चेतना प्रभात सी ले शिक्षा तू हे जीवश्रेष्ठ वो प्रकृति अद्भुत मात् सी लहरों से सीखो गिरकर उठना वृक्षों से सीखो परहित में जीना मन में पर्वत सी दृढ़ता ले रवि से सीखो निशदिन है तपना जीत हार से ऊपर उठकर,सोचो समझो फिर निर्णय लो लक्ष्य पूर्ण करना है एकदिन,मन में यह संकल्प अडिग हो प्रेरणा सुप्रभात। कुछ करने से पहले सोचिए भी, समझिए भी। #सोचिएसमझिए #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi