अटल जी ने कहा था भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं है वह जीता जागता राष्ट्रपुरुष है अटल जी ने कहा था इसकी नदी नदी हमारे लिए गंगा है इसका कंकड़ कंकड़ हमारे लिए शंकर है जिएंगे तो इस भारत के लिए मरेंगे तो इस भारत के लिए