अहल-ए-सुखन अहली बात करते हुए आना जब भी आना मुलाकात करते हुए आना सुनो ए आसमान में उड़ते हुए बादल जब भी आना मेरे गाँव में बरसात करते हुए आना बहुत थक गया हूँ मैं तेरी रोशनाई से ऐ सुरज अगली सुबह आना तो लम्बी रात करते हुए आना ©आला चौहान"मुसाफ़िर" #Life_experience #Happiness #greatthoughts #NatureLove #Fire