कि जिसके पैरो की पायल जगाती थी मुझे कि जिसके जुल्फों की छाया सुलाती थी मुझे ना जाने क्यों वो रूठी है मुझसे जो कभी ' सोना बाबू ' कहकर बुलाती थी मुझे शायर अली #प्यार #इश्क़ #जाने #जाना #बेवफा #mohabbat