एक कहानी अधूरी हैं कब से एक सिलसिला है इत्तेफाक का जिद हैं मेरी फना होने कि उसपे वो सबब हैं मेरे इंतजार का भूल गई हूं मैं ख़ुद को जुदा होके जिससे क्या उसको नाम भी याद होगा इस नादान का। ©Zainab siddiqui #intezar #mohabbat #Hope #shayri