Nojoto: Largest Storytelling Platform

न जाने क्यूँ वो हम से, किनारा किए बैठे हैं। एक हम

न जाने क्यूँ वो हम से, किनारा किए बैठे हैं।
एक हम हैं जो उन्हें, सहारा किए बैठे हैं ।
दीदार की बड़ी  तलब है, दिले-बीमार को,
रहगुज़र पर हम उनकी, नज़ारा किए बैठे हैं।
मोहब्बत ग़र नहीं है, तो नफरत ही सही,
राहे-उल्फत मे  हर ज़ुल्म, गवारा किए बैठे हैं।
महफिल मे क्यूँ बुला के, रुसवा किया ए साक़ी,
जामे-अश्क़ पी- पी के हम, गुज़ारा किए बैठे हैं।
वादे पे वो न आए हैं, न आएँगे कभी ,"फिराक़",
फिर भी हम हैं कि, ख़याले-याराँ किए बैठे हैं।। नमस्कार लेखकों! 🌺

आज का WOTD (Word Of The Day)— किनारा or shore. 

🌻दिए गए शब्द का अपने लेखन में प्रयोग किजिये।

🌻अपने लेखन को आप अपनी मर्ज़ी मुताबिक हिंदी या English में अभिव्यक्त कर सकते है। (Both Hindi and English are allowed.)
न जाने क्यूँ वो हम से, किनारा किए बैठे हैं।
एक हम हैं जो उन्हें, सहारा किए बैठे हैं ।
दीदार की बड़ी  तलब है, दिले-बीमार को,
रहगुज़र पर हम उनकी, नज़ारा किए बैठे हैं।
मोहब्बत ग़र नहीं है, तो नफरत ही सही,
राहे-उल्फत मे  हर ज़ुल्म, गवारा किए बैठे हैं।
महफिल मे क्यूँ बुला के, रुसवा किया ए साक़ी,
जामे-अश्क़ पी- पी के हम, गुज़ारा किए बैठे हैं।
वादे पे वो न आए हैं, न आएँगे कभी ,"फिराक़",
फिर भी हम हैं कि, ख़याले-याराँ किए बैठे हैं।। नमस्कार लेखकों! 🌺

आज का WOTD (Word Of The Day)— किनारा or shore. 

🌻दिए गए शब्द का अपने लेखन में प्रयोग किजिये।

🌻अपने लेखन को आप अपनी मर्ज़ी मुताबिक हिंदी या English में अभिव्यक्त कर सकते है। (Both Hindi and English are allowed.)