World Poetry Day 21 March कि तुझे चाहना, तेरा सजा नहीं, मेरा अंजाम था, इश्क का मुकम्मल शायद तकदीर में ना होता। महज़ एक दफा गले से लगा लेते, पर शायद वो तुम्हारी जिन्दगी का भूल होता। wish u all happy poetry day...