महानता का परिचायक और शांति का दूत , अहिंसा का पुजारी वो भारत मां का सपूत । युग पुरुष वो युग निर्माता , सत्य ,अहिंसा ,शांति का ज्ञाता । सिद्धांतों से उसने लिखी अमर गाथा , बना भारत की स्वन्त्रता का विधाता । नैतिकता का पाठ पढ़ाया , सत्य का हर एक पक्ष दिखलाया । जीवन में जिनके अंधेरा था छाया, अपने कर्मों से उनका जीवन महकाया । उपवास को अपना शस्त्र बनाकर , कठिन कार्य भी सफल कर दिखाया । हरिजनों का उत्थान किया , हर वर्ग को सम्मान दिया । पग पग पर चलकर उसने , जरूरतमंदों का उद्धार किया । चरखे को प्रतीक बना कर ,उसने स्वदेशी का प्रचार किया । आंखो पर ऐनक , हाथ में छड़ लिए , सादगी संग स्वावलंबी जीवन जिया । जीवन देश को समर्पित कर , हर भारतीय का सपना पूर्ण किया । कर्तव्य की पराकाष्ठा को छूकर , उसने राष्ट्रपिता का सम्मान प्राप्त किया । अपने नेतिक आदर्शों से ,मानवता का रक्षक बना । अपने बुलंद हौसलों से वो हर भारतवासी के दिल का सरताज बना । #mhatmagandhi #nojotohindi