जन्म दिवस पति देव का मनाना था, कुछ जरूरी सामान बजार से लाना था। समय की नजाकत को समझिए, लाकडाउन का मंज़र दिखाना था। जन्म दिवस पति देव का मनाना था, कुछ जरूरी सामान बजार से लाना था। समय की नजाकत को समझिए, लाकडाउन का मंज़र दिखाना था। केक पेस्ट्री से कहाँ मन बहलना था, सरकार की भी इनायत का क्या कहना, लाकडाउन मे जन्मदिन भी क्या मनाना था।