वो शक़्स जो फेरता था सर पे हाथ जो बिन कहे समझ जाता था मेरी बात वो शक़्स जिसका मैं अक्स था आज भी मुझे उसपे फक्र था वो शक़्स जो रहता था मेरे जहां में आज वो हिस्सा है उस आसमां में वो शक़्स जो रोशन करता था हर समां आज बस शांत टिमटिमाता है हर नवां #nammy27 #yqdidi #collab #वोशख़्स