जी में नदी के लहर भर है चंचल सिहर कर मचलकर घड़ी भर पुलककर कहां खो चलेगी किसे ये ख़बर है उन्मदीनी ये क्षणिक सत्य हो पर कहो पथ की बाधा का इसको क्या डर है नहीं कोई चिंता कि कितना सफ़र है नन्हा सा जीवन स्फुरित प्राण पर है तुम्हें हंस के चलना इसी धार पर है फिर देखो मन में जागी लहर है #toyou #yqwaves #yqtopsyturvy #yqlife #yqmiracleofjoy #yalove #yqbeingwith