मुद्दत्तों बाद फिर से, कुछ करने का ठाना है, वो सपना जो सो गया था, उसे फिर से जगाना है, वो मैं जो कहीं भटक गया था, उसे उसकी मंज़िल फिर से दिखाना है, वो कल जो मैं कल में खोया था, आज उसे आज में लाना है, इस मैं और मैं की लड़ाई में, खुद से जीतना है, खुद को ही हराना है। ©SPD ~SPD #searchingforme