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ख़ुद से पहली मुलाकात थी ये शायद ! पहली मुलाकात में

ख़ुद से पहली मुलाकात थी ये शायद !
पहली मुलाकात में मायूसी नहीं जायज !!
अनवरत मुलाकातें जिदंगी में चार चांद लगायेगी !
इतनी खुशियां मिलेगी संभाली भी न जायेगी !!
इंसानी जिंदगी के मकसद में है जग संचलन का भी ज़िम्मा !
ख़ुद से मुलाकातें होती रहे, तो ही ये मक़सद भी होगा पूरा !! Hello Resties! ❤️

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ख़ुद से पहली मुलाकात थी ये शायद !
पहली मुलाकात में मायूसी नहीं जायज !!
अनवरत मुलाकातें जिदंगी में चार चांद लगायेगी !
इतनी खुशियां मिलेगी संभाली भी न जायेगी !!
इंसानी जिंदगी के मकसद में है जग संचलन का भी ज़िम्मा !
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ashokmangal4269

Ashok Mangal

New Creator