ख़ुद से पहली मुलाकात थी ये शायद ! पहली मुलाकात में मायूसी नहीं जायज !! अनवरत मुलाकातें जिदंगी में चार चांद लगायेगी ! इतनी खुशियां मिलेगी संभाली भी न जायेगी !! इंसानी जिंदगी के मकसद में है जग संचलन का भी ज़िम्मा ! ख़ुद से मुलाकातें होती रहे, तो ही ये मक़सद भी होगा पूरा !! Hello Resties! ❤️ Collab on this #rzpictureprompt and add your thoughts to it! 😊 Highlight and share this beautiful post so no one misses it!😍 Don't forget to check out our pinned post🥳