बुलंदी की हवाओं में उडो पहचाने जाओगे। कुचल जाते हैं पैरों से ज़मीं पर रेंगने वाले। तमाशे हो ही जाते हैं मोहब्बत करने वालों से मोहब्बत ही नहीं करते तमाशे देखने वाले। #__बेवफा