तुम बारिश, मै ताल हूं तुम खाली, में भरा हूं सूरज की रोशनी में तुम्हे पाने को नित जला हूं कभी तू मुझ पर उम्मीद से ज्यादा बरस जाती कभी -कभी तेरी इक बूंद को तरसाती है गुजर जाते है ना जाने कितने पल तेरी याद में सारा पानी सूख जाने के बाद मेरी याद आती है फिर अचानक से तू मुझसे रूठ जाती है तुझे मनाऊ तो तू भाऊ खाती है तेरे बिन काल नाग मुझे डसता है ये दुख मेरे पिछले जन्म की उधारी है तेरे लिए क्या - क्या करता हूं खुद को जला तुझे जिंदा रखता हू ये प्यार ऐसे ही चलता रहेगा हर पल हर घड़ी तेरा इंतजार करता हूं S💞K तू बारिश में ताल हूं #meltingdown