शांति की शक्ति पग विचलित हो जाते है सही मार्ग से ,जब मन में कोई घाव रहे कायापलट हो जाती है जीवन की ,जब मन में शांति का अभाव रहे ठोकर खाकर भी जो जग को जीते वो ही सिकन्दर कहलाता है जो मन को शांत रख पाये वो ही युग सुधारक कहलाता है युद्ध विचारक भाव से कोई देश महान नही बन सकता शांति शक्ति प्रबलता के निकटतम बुरा माहौल नही बन सकता जिव्हा का मौन रहना ही नही,मन का मौन होना भी आवश्यक है जीवन के सुधार के लिए,शांति शक्ति का होना भी आवश्यक है शांत भाव से ग्रहण किया ज्ञान, धरती को स्वर्ग बनाता है क्रोध,द्वेष एवं ईर्ष्या का ज्ञान कांटो का नगर बनाता है शांति बल हो जिसके भीतर,वो तत्काल निर्णय कर पाता है अशांत भाव से व्यक्ति सदा ही उलझनों में फंस जाता है शांति की शक्ति से हर व्यक्ति लक्ष्य बिंदु प्राप्त कर पाता है शांति की शक्ति से हर व्यक्ति मृदुल विचार मन में लाता है ©Saurabh Raj Sauri शांति की शक्ति☺️