सफर में कहीं भी जीरा लो । अपनी है धरती । अपनी है मिट्टी ।। विश्वास कहीं टिका लो । हर किसी को अपना बना लो । घर कहीं भी बना लो । लोग मिलते चलेंगे । वक़्त को बदलते चलेंगे ।। कारवां अपनों का बनता चलेगा । दुनिया सुन्दर होता चलेगा ।। सुप्रभात। जहाँ चाह वहाँ राह जीवन भी इसी चाह से राह पाता है। #घर #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi