जिंदगी की उलझनों को सुलझाते, अपनों की नज़रों से कतराते, मुँह पर अपने मुस्कुराहट का मुखौटा लगाते सपनों को अपने किसी कोने में पडे़ दम घुटता देखते, नादानियों को भुला जिम्मेदारियों को अपनाते किसी और की खुशी को ही अपनी खुशी समझते मन ही मन अस्तित्वहीन जिंदगी को जीते "जीना भूल गये"हम क्षण-क्षण मरते।। जीना भूल गए... #जीनाभूलगए #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi