तेरे हुस्न के दीवाने है तेरे हुस्न की ये कैसी झलक, हम तेरे दीवाने हुए जा रहे हैं । तेरी हर बात को अब दिल पे लेकर, हम तेरी मोहब्बत को अपना रहे हैं । सुनो फलक से उतरी ओ हसीन दिलरुबा, तुमसे कुछ पलों की हम उम्मीद चाह रहे हैं । तेरे और भी चाहने वालों की कोशिश है जारी, हम तुझे अपना बना लेंगे ये कसम खा रहे हैं । तेरी ही याद में गुजरता है मेरा हर पल, तेरे दीदार को ये नयन तरसे जा रहे हैं । प्यार की गहराइयों तक जाना है हमें, इसलिए हम तुम्हारे प्यार को आजमा रहे हैं । कभी भी उनसे इश्क़ मत करना, जो तुम्हें धोखा दे सकते हैं, क्योंकि ऐसे मोहब्बत के किस्से अब, विफलता ही पा रहे हैं । हम ऐसे शख्श हैं जो तुम्हारे लिए, जान भी दे सकते हैं, ये तय है की हम तुम्हारे प्यार की, कद्र करना चाह रहे हैं । - Devendra Kumar (देवेंद्र कुमार) # तेरे हुस्न के दीवाने