एक रात ही तो है... अकेले में.. जी भर के रोने का.. अनुमति देती है... दिन में कहां इतना साहस करना जनाब... थोड़े से आंखे नाम होने...पर... ढेरों सारे सवाल उठ जाते है...❤️❤️ Read caption...👇👇 सुनो.. बस इतना सा कहना है की.. आप पर ना ही गुस्सा हूं.. ना ही कोई कलेश है .. सच में... हां मैंने गलती की थी.. इसलिए उस दिन चुप चाप से वापस आई थी.. अगर मेरी गलती ना होती तो.. मैं चुप नहीं रहती.. अगर मै चुप थी... आज भी चुप हूं..