मैं अपनें सारे दर्द कह तो दूँ तुम सुनोगे ना? मैं घूँट-घूँट के जी रहा हूँ तुम समझोगे ना? कुछ तो हैं जो दिल में चुभ रहा हैं मैं कह तो दूँ वो दर्द तुम कुरेदोगे तो नही ? मुझे लोगों की झूठी तारीफे नहीं चाहिए बस दो चार का साथ चाहिए सारी खुशियाँ होने के बाद भी एक अकेलापन-सा लगता हैं मैं मंजिल की तलाश में निकलूँगा पर शायद कभी तो हारुँगा मेरी हार को जीत में बदलने तुम आओगे ना? ये हँसी का मुखौटा पहने-पहने मैं थक चुका हूँ यार तेरे कंधे पे सिर रखकर रो लूँ क्या? जब भी मैं अँधेरे में रहूँगा तुम उजाला बनकर आओगे न? कहना तो और भी कई कहानी हैं बङी दर्द भरी मेरी जिन्दगानी हैं पर यार सच कहूँ अब ये सब सहा नहीं जाता कैसे कहूँ अब और इस दुनिया में रहा नहीं जाता..... SHRADDHA PANDEY #SushantSinghRajput #susantshinghrajput #depression #Heart #HeartBreak #heartbroken