"कल रात के ख़्वाब में जब उनसे मुलाकात हुई," जो ना कह सके अब तक वो बात कही जब देखा उसकी आखों मे कोई शब्द न थे कहने को जब छूवा उसनें हाथो को जैसे खुद से मेरी मुलाकात हुई..। khwabo me mulakat