आज फिर पूराने रिश्तों के बुझ चुके दीये को जलाया गया .. सालो से बंद बातों के अँधेरों में फिर उजाला फैलाया गया... अपने अपने अहंकार को भूलकर फिर रिश्तों में मिठास लाया गया... बीते बातो को भूलकर, आम को खासमखास बनाया गया... #NojotoQuote #patchup