हर जान कीमती है हर जान कीमती है ,हिन्दू या मुसलमान कीमती है बरगलाओ ना युवायों को, इनमें इमान कीमती है तुम खुद के वुजूद को औरो का वुजूद मिटाने को कहते हो मैं कहता हूँ तेरे,मेरे, सब के वुजूद से हिन्दूस्तान कीमती है एक घर के दीये ने दूसरे घर के दीये को नोंच खाया ना रौंदों ज़रा सी खुशी के लिये,फूलों की मुस्कान कीमती है कोई अल्लाह हू अकबर चीखे ,कोई जय श्री राम चिल्लाये इन को समझा दो यारो, बन तू पहले इन्सान कीमती है . हर जान कीमती है आमिल Hr jaan kimti h ,hindu ya musalmaan kimti h Brgalaao na yuwaao ko, inme imaan kimti h Tum khud k wujood ko ooro ka wujood mitaan ko kehte ho Mai kehta hu tere mere sab k wujood se ,hindustaan kimti h Ek ghar k diye ne doosr ghar k diye ko noch khaya Na roondoo zra si khushi k liye foolo ki muskaan kimti h