हर तरफ हरियाली ही हरियाली और ये मौसम सुहाना है। भरे है खेत पानी से तालाबों सा नजारा है। खिले है फूल गुलशन में, बिखरी है खुश्बू भी हवाओं में। आने वाली है शरद ऋतु, अब यही शोर है फिजाओं में। बृन्दावन बैरागी"कृष्णा" ©Brandavan Bairagi "krishna" शरद ऋतु