मेहबूब के तमाम इशारों को काग़ज़ पे बख़ूबी सजाने वाले, परिंदों की ज़ुबाँ से ग़ाफ़िल है खुदको सुख़नवर बताने वाले। सुख़नवर = Poet 🎵:- Please highlight the quote🔥 प्रिय लेखकों, 🌟 आज की चुनौती का शीर्षक है ✅ परिंदों की ज़ुबाँ