लाख फूल महके हैं ज़िन्दगी के गुलशन में, मगर वो सुकून की खुशबू से अब तक नहीं हुए रूबरू। ©||स्वयं लेखन|| लाख फूल महके हैं ज़िन्दगी के गुलशन में, मगर वो सुकून की खुशबू से अब तक नहीं हुए रूबरू। #Hope #thought #Poetry #Quote #Life_experience #Life