महंगाई की मार है, या फिर अत्याचार ll समझ में अब आता नहीं,मुझको मेरे यार ll मुझको मेरे यार,अजब सा अब लगता है ll मिला हुआ अधिकार,गजब का सब लगता हैll कहैं सरल आकाश, अभी तो है अंगड़ाई ll कमर तोड़ डालेगी,भक्तों, ये महंगाई ll ©aakashsaral Aakash saral #selfhate