मैं कितना भी अच्छा करूं लोग मुझे गलत ही कहते हैं क्या जमाना है यह लोग मुझसे खफा ही रहते हैं क्या मेरी बातें कड़वी होती है या सच सुनना उन्हें पसंद नहीं shweta Jha