फिर आज तुम्हारी याद आयी एक बरस बिता सब अरस बिता आंखों में एक समुंदर आया दिल मे आया हजारों अरमां ! कुछ लिया नही कुछ दिया नही मन में एक तूफां आया जेहन मे आया चाहत कीदुकाँ!! #lasttime #lastmeet #चाहत #मजबूरी_या_जरूरी