ये जो मोहब्बत है छू कर मन को पीढ़ी दर पीढ़ी हृदय पर राज करती है जुबां पर वास करती है। सुर साधक के स्वर जब गूंजती है किशोर बन भाव सहज लगते हैं सुर तदर्थ लगते हैं मुकद्दर, सिकन्दर बन जाता है आने वाला पल ठहर जाता है। Dilsere_archu #collabgirl_archu धन्यवाद! अद्भुत स्वर और महान साधक, जनप्रिय, हरफनमौला अलौकिक किशोर जी को नमन। 💟🌻🙏 आज महान पार्श्व गायक किशोर कुमार (4 अगस्त 1929 - 13 अक्टूबर 1987) का जन्मदिन है। उनके गाये हुए गीतों की महक से आज भी हमारा दिल महकता है। चाहे वो प्रेम गीत हों, दर्द भरे नग़मे हों अथवा जीवन दर्शन से ओतप्रोत गाने हों, हर तरह के गीत को उन्होंने बख़ूबी गाया। किशोर कुमार हमारे दिलों की धड़कन बन चुके हैं।