कास के फूल खिलने का तात्पर्य होता है वर्षा ऋतु की विदाई और शरद का आगमन। पुराने को छोड़कर नये वक्त की ओर देखने का नजरिया जगाता है करता मंत्रमुग्ध मन। खाली पड़े खेत,खलिहानों में पगडंडियों के किनारे लगे जैसे श्वेत बादल निकले हों सैर पर। सोंधी मिट्टी की खुशबू में घुलकर फूल इठलाते, बलखाते प्रकृति ने किया हो अद्भुत श्रृंगार। कास के फूल हैं अप्रतिम,अमिट,अलबेले मां दुर्गा भी इन्हें अपने स्वागत का पुष्प चुनती है। मौसम अंगड़ाई लेकर सुहावना होने लगता है और हवा की गर्माहट नरम सी होने लगती है। एक बार कैप्शन अवश्य पढ़ें:- 🎀 प्रतियोगिता संख्या- 10 🎀 शीर्षक- "कास के फूल" 🎀 समय सीमा- आज शाम 6 बजे तक।