मेरे हिसाब में बाकी कुछ अफसाने हैं, कुछ किसी ने सुने, कुछ किसी को सुनाने हैं। मेरी किताब के पन्नों की सिलवटें महसूस करती हैं मौज़ूदगी तुम्हारी, इन्ही पन्नों में मैने तुम्हारी तस्वीर छुपा रखी है। ये बाते मैंने किसी को नहीं बस किताबों को बता रखी है। ©manjeet #potrait