सिगरेट की तरह जलती है याद तुम्हारी सिगरेट की तरह जलती है याद तुम्हारी, मैं लत की तरह कश पे कश लेता हूँ, जल बुझ कर गिरते हैं राख़ इनके, आंच लिये मेरे आँसुओं की तरह, हलक से सीने में उतरता है धुआँ, दिल जलाता है, तलब बुझाता है, फ़िर कारखाने के चिमनी की तरह, बदन से रिस-रिस कर निकलता है धुआँ, मैं होंठ पे रखकर नर्म फिल्टर उसका, पी जाता हूँ धुआँ सारा, जैसे तुम्हारे सुर्ख होंठों पे रख के होंठ अपने, मैं पी जाया करता था सुर्खियाँ उसकी, पर इस सिगरेट की लत ऐसी है कि, इसने सुर्खियाँ छीन ली मेरे होंठों की, काश! कुछ यूँ होता कि तुम आते और अपने सुर्ख होंठ रखकर मेरे स्याह होंठों पर, पी लेते इन होंठों के तल्ख कालेपन को... और फ़िर से इसे सुर्ख कर देते... ©Ashish Thakur Akela' मेरी एक नज़्म 'सिगरेट को तरह जलती है याद तुम्हारी' आप सभी के लिए!!! #saynotosmoking #Trending #worldsmokingday #smoking #सिगरेट #धुंआ #nojoto #nojotourdu #cigarette Rekha💕Sharma "मंजुलाहृदय" Hisamuddeen Khan 'hisam' Shah Aftab Sam Khan Priya Gour